बोर्ड परीक्षा की पिटार खुल गई! जानिए कैसे चेक होती है आपकी कॉपी

1. केंद्रों पर मूल्यांकन: अनुभवी शिक्षक परीक्षक के रूप में कार्य करते हैं।

2. गोपनीयता बनाए रखी जाती है: छात्रों की पहचान गुप्त रहती है।

3. विषय-विशेष जांच: हर विषय के लिए अलग परीक्षक होते हैं।

4. अंकन योजना के अनुसार अंकन: निर्धारित मानदंड के आधार पर अंक दिए जाते हैं।

5. गुणवत्ता नियंत्रण: पुनर्मूल्यांकन और वरिष्ठ सलाह से गुणवत्ता सुनिश्चित होती है।

6. अंतिम परिणाम तैयार और घोषित: मूल्यांकन के बाद परिणाम जारी किए जाते हैं।

7. पुनर्मूल्यांकन का विकल्प: छात्र गलत मूल्यांकन की स्थिति में पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं।